भारत भूमि को ‘नदियों की जननी’ कहा गया है। यहाँ की नदियाँ केवल जल-स्रोत ही नहीं हैं, बल्कि हमारी संस्कृति, सभ्यता, अर्थव्यवस्था और आस्था की प्रमुख आधारशिला भी हैं। गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र, गोदावरी जैसी नदियों ने न केवल कृषि और जीवन को पोषित किया है, बल्कि धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी प्राप्त किया है।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह विषय अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। नीचे भारत की प्रमुख नदियों के नाम, उनके उद्गम स्थल, बहाव क्षेत्र और उनसे संबंधित राज्यों की सूची दी गई है।
🔰 नदियों का परिचय एवं उनका महत्त्व
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नदियाँ जीवन रेखा हैं: भारत की अधिकतर कृषि सिंचाई नदियों पर आधारित है। यह जल, बिजली, यातायात और मछलीपालन का भी प्रमुख स्रोत हैं।
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संस्कृति और धर्म में स्थान: गंगा, यमुना, सरस्वती और नर्मदा जैसी नदियाँ पवित्र मानी जाती हैं। करोड़ों लोग इनके किनारे तीर्थ करते हैं।
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अर्थव्यवस्था में योगदान: नदियों के तट पर बसे शहर जैसे वाराणसी, कोलकाता, अहमदाबाद आदि व्यापारिक केंद्र भी हैं।
🏞️ भारत की प्रमुख नदियाँ और उनके उद्गम स्थल
क्रमांक | नदी का नाम | उद्गम स्थल | बहाव क्षेत्र / राज्य | लम्बाई (किमी लगभग) |
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1 | गंगा | गंगोत्री ग्लेशियर, उत्तराखंड | उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल | 2525 किमी |
2 | यमुना | यमुनोत्री ग्लेशियर, उत्तराखंड | उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश | 1376 किमी |
3 | ब्रह्मपुत्र | मानसरोवर के निकट, तिब्बत (चीन) | अरुणाचल प्रदेश, असम, बांग्लादेश | 2900 किमी |
4 | गोदावरी | त्र्यंबकेश्वर, महाराष्ट्र | महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ | 1465 किमी |
5 | नर्मदा | अमरकंटक, मध्य प्रदेश | मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात | 1312 किमी |
6 | ताप्ती | सतपुड़ा पर्वतमाला, मध्य प्रदेश | मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात | 724 किमी |
7 | कृष्णा | महाबलेश्वर, महाराष्ट्र | महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश | 1400 किमी |
8 | कावेरी | तलकावेरी, पश्चिमी घाट, कर्नाटक | कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल | 800 किमी |
9 | महानदी | सिहावा, छत्तीसगढ़ | छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड | 890 किमी |
10 | सरस्वती (कल्पित) | अरावली क्षेत्र, हरियाणा | हरियाणा, राजस्थान (ऐतिहासिक नदी) | अनुमानित |
11 | शारदा (काली नदी) | कालापानी, उत्तराखंड | नेपाल सीमा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश | 320 किमी |
12 | बेतवा | विंध्य क्षेत्र, मध्य प्रदेश | मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश | 590 किमी |
13 | चंबल | जानापाव, इंदौर, मध्य प्रदेश | मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश | 1024 किमी |
14 | सुवर्णरेखा | रांची पठार, झारखंड | झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल | 474 किमी |
15 | घग्गर | शिमला पर्वतमाला, हिमाचल प्रदेश | हरियाणा, पंजाब (मौसमी नदी) | 320 किमी |
🧠 परीक्षा में कैसे पूछे जाते हैं प्रश्न?
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गंगा नदी का उद्गम स्थल कहाँ है?
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कौन सी नदी ‘दक्षिण गंगा’ के नाम से जानी जाती है?
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नर्मदा नदी पूर्व की ओर नहीं बहती, क्यों?
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यमुना किसकी सहायक नदी है?
इन सभी प्रश्नों के उत्तर उपरोक्त तालिका में मिल जाएंगे। इसलिए यह टॉपिक SSC, UPSC, NDA, CDS, PCS, रेलवे, बैंकिंग, TET आदि सभी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।
💡 कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
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भारत की सबसे लंबी नदी: गंगा (भारत के भीतर)
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पश्चिम दिशा में बहने वाली नदियाँ: नर्मदा, ताप्ती, माही
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पूर्व में गिरने वाली प्रमुख नदियाँ: गंगा, ब्रह्मपुत्र, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी
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नदी जो तीन बार भारत-बांग्लादेश सीमा पार करती है: गंगा
🔚 निष्कर्ष
भारत की नदियाँ न केवल हमारी जैविक और भौगोलिक संरचना को आकार देती हैं, बल्कि ये हमारे देश की सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक पहचान का भी प्रतिनिधित्व करती हैं। हर विद्यार्थी को इनका गहराई से अध्ययन करना चाहिए क्योंकि यह विषय स्थैतिक सामान्य ज्ञान का मूल आधार है।
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