भारतीय संसद की संरचना और कार्यप्रणाली

 🏛 भारतीय संसद की संरचना और कार्यप्रणाली

भारत में संसद लोकतंत्र की आत्मा है, जो कानून बनाने, सरकार को उत्तरदायी रखने और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कार्य करती है। यह विषय प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछा जाता है, इसलिए इसे समझना आवश्यक है।

🔷 संसद की संरचना

भारतीय संसद तीन अंगों से मिलकर बनी होती है:

  1. राष्ट्रपति (President)

  2. राज्य सभा (Council of States / Upper House)

  3. लोक सभा (House of the People / Lower House)

महत्वपूर्ण तथ्य: भारत की संसद एक द्विसदनीय व्यवस्था (Bicameral Legislature) है।

🔷 1. राष्ट्रपति (President)

  • भारत का संवैधानिक प्रमुख है।

  • संसद के दोनों सदनों का अभिन्न अंग है।

  • संसद द्वारा पारित विधेयकों को अपनी स्वीकृति देता है।

🔷 2. राज्य सभा (Rajya Sabha)

  • इसे उच्च सदन कहा जाता है।

  • अधिकतम सदस्य: 250 (वर्तमान में 245)

    • 233 सदस्य राज्य विधानसभाओं द्वारा चुने जाते हैं।

    • 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा नामांकित होते हैं (कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा से)।

  • कार्यकाल: स्थायी सदन (हर 2 साल में 1/3 सदस्य सेवानिवृत्त होते हैं)।

  • अध्यक्ष: भारत के उपराष्ट्रपति

🔷 3. लोक सभा (Lok Sabha)

  • इसे निचला सदन कहा जाता है।

  • अधिकतम सदस्य: 552 (वर्तमान में 543 निर्वाचित)

  • जनता द्वारा प्रत्यक्ष मतदान से चुने जाते हैं।

  • कार्यकाल: 5 वर्ष (या उससे पहले भंग हो सकती है)।

  • अध्यक्ष: लोकसभा अध्यक्ष (Speaker)

🔷 संसद के प्रमुख कार्य

  1. विधायी कार्य (Legislative Functions)

    • कानून बनाना: केंद्र सरकार के विषयों पर कानून बनाने का अधिकार।

  2. वित्तीय कार्य (Financial Functions)

    • बजट पारित करना, कर निर्धारित करना, व्यय की अनुमति देना।

  3. कार्यपालिका पर नियंत्रण (Control over Executive)

    • प्रश्नकाल (Question Hour), ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, अविश्वास प्रस्ताव।

  4. संविधान में संशोधन (Amendment of Constitution)

    • विशेष बहुमत द्वारा संविधान में संशोधन कर सकती है।

  5. न्यायिक कार्य (Judicial Functions)

    • राष्ट्रपति और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीशों के विरुद्ध महाभियोग चलाना।

🔷 कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

  1. भारतीय संसद का उच्च सदन कौन है?

  2. राज्यसभा में कुल कितने सदस्य होते हैं?

  3. संसद का स्थायी सदन कौन-सा है?

  4. राष्ट्रपति की भूमिका संसद में क्या होती है?

🔚 निष्कर्ष

भारतीय संसद भारत के लोकतंत्र की रीढ़ है। इसकी कार्यप्रणाली, संरचना और शक्तियों को जानना हर जागरूक नागरिक और प्रतियोगी परीक्षा देने वाले छात्र के लिए अनिवार्य है।

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